गुजरात में किसकी चल रही हवा? जानिए इन तीन सर्वे के नतीजे क्या कहते हैं
अहमदाबाद:
गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान हो गए। इसी के साथ राज्य में चुनावी सरगर्मी बढ़ गई। यह चुनाव भारतीय जनता पार्टी के लिए काफी अहम हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह इसी राज्य से आते हैं और दोनों ही नेता बीजेपी के टॉप दो लीडर हैं। राज्य में हमेशा दो पार्टियों बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही लड़ाई रही है। इस बार राज्य में आम आदमी पार्टी की एंट्री ने गुजरात विधानसभा चुनाव और दिलचस्प कर दिया है। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी इस चुनाव में मेक या ब्रेक की तर्ज पर लड़ रही है। दो बार दिल्ली में और फिर साल की शुरुआत में पंजाब में मिली बड़ी जीत से पार्टी के हौसले बढ़े हुए हैं। गुजरात में अब तक मिले रेस्पॉन्स से भी पार्टीजन उत्साहित हैं। वैसे, पिछले कुछ दशकों से राज्य में कांग्रेस ही मुख्य विपक्षी पार्टी रही है। मुख्य विपक्षी दल के स्पेस पर अपना हक बनाए रखने के लिए गुजरात में बेहतर प्रदर्शन करना अब कांग्रेस के लिए विकल्प नहीं, बल्कि मजबूरी है। आम आदमी पार्टी अगर यहां कांग्रेस के बराबर प्रदर्शन करने में सफल हो जाती है तो पार्टी पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा।
गुजरात चुनाव का परिणाम यह तय करेगा कि देश में विपक्षी राजनीति की भविष्य में धुरी क्या होगी। इन परिणामों का सीधा असर 2024 आम चुनाव से पहले विपक्षी एकता के स्वरूप पर भी पड़ेगा। गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले आए ओपिनियन पोल और विभिन्न चुनावी सर्वों ने फिलहाल राज्य में बीजेपी को ही बहुमत मिलने का दावा किया है। वहीं कांग्रेस को पीछे करके आप यहां मुख्य विपक्षी दल सकता है।
क्या कहता है टाइम्स नाउ नवभारत का ओपिनियन पोल (Gujarat Assembly Election 2022 Opinion Poll)
टाइम्स नाउ नवभारत- ईटीजी के ओपिनियन पोल के अनुसार, बीजेपी को 125 से 131 सीटें मिल सकती हैं। इसके बाद कांग्रेस के खाते में 29 से 33 सीटें आ सकती हैं। वहीं इन दोनों को टक्कर दे रही आम आदमी पार्टी के खाते में 18 से 22 सीटें आ सकती हैं। अन्य को 2 से 4 सीटें मिल सकती हैं। ओपिनियन पोल की मानें तो कांग्रेस को इस चुनाव में वोट शेयर के मामले में आप से पिछड़ती नजर आ रही है। कांग्रेस को 21 प्रतिशत वोट शेयर मिलने का अनुमान है। वहीं, आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को पीछे छोड़ते हुए 24 प्रतिशत वोट हासिल करती नजर आ रही है। इन दोनों दलों से हटकर बीजेपी 48 प्रतिशत वोटों के साथ शीर्ष पर है।
ABP-CVoter सर्वे का परिणाम
गुजरात में दो दशक से भी ज्यादा वक्त से बीजेपी की सरकार है। 'हिंदुत्व की प्रयोगशाला' करार दिए जा चुके गुजरात में आम आदमी पार्टी पैठ बना रही है। AAP ने इन चुनावों में पूरी ताकत झोंक रखी है। AAP मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के वोट शेयर में तगड़ी सेंध लगा सकती है। हालांकि, अभी तक सामने आए ओपिनियन पोल राज्य में फिर से बीजेपी की वापसी दिखा रहे हैं। ABP-CVoter ने अक्टूबर की शुरुआत में जो सर्वे किया, उसके मुताबिक बीजेपी को 135-143 सीटें मिल सकती हैं। बीजेपी का वोट शेयर घटने का अनुमान है। वहीं, कांग्रेस को AAP तगड़ा झटका देते हुए उसके कई वोटर्स अपने पाले में कर सकती है। हालांकि, AAP को 2 से ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान नहीं है।
CSDS-Lokniti survey रिजल्ट
लोकनीति-सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज (CSDS) ने अपने सर्वे में पिछले पांच वर्षों में सरकार के प्रदर्शन पर गुजरात की जनता की राय मांगी। सर्वे में शामिल लगभग दो-तिहाई लोगों ने बताया कि वे राज्य सरकार के प्रदर्शन से संतुष्ट (पूरी तरह या कुछ हद तक) थे। शेष एक तिहाई ने सरकार के प्रदर्शन पर असंतोष (पूरी तरह या कुछ हद तक) जताया। वर्ष 2017 विधानसभा चुनाव के समय हुए सर्वे की अपेक्षा इस बार सरकार के काम से संतुष्ट होने वालों की संख्या में 11% प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। यहां तक कि सरकार के प्रदर्शन से एकदम संतुष्टि होने वालों की संख्या 2017 में मात्र 8% थी जो अब बढ़कर 31% हो गई है। भाजपा सरकार के कार्यकाल में सभी के लिए विकास हुआ है, केवल अमीरों के लिए, या बिल्कुल नहीं हुआ- प्रत्येक 10 उत्तरदाताओं में से केवल तीन ने कहा कि विकास सभी वर्गों के लिए हुआ है।
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